जो व्यक्ति गर्भ में
बेटियों की हत्या करते हैं उनके
लिए यह बात है. हमेशा याद
रखना : अगर बेटा वारिस है, तो बेटी पारस है |
अगर बेटा वंश है, तो बेटी अंश है |
अगर बेटा आन है, तो बेटी शान है |
अगर बेटा तन है, तो बेटी मन है |
अगर बेटा मान है, तो बेटी गुमान है |
अगर बेटा संस्कार, तो बेटी संस्कृति है |
अगर बेटा आग है, तो बेटी बाग़ है |
अगर बेटा दवा है, तो बेटी दुआ है |
अगर बेटा भाग्य है, तो बेटी विधाता है |
अगर बेटा शब्द है, तो बेटी अर्थ है |
अगर बेटा गीत है, तो बेटी संगीत है |
" SAVE GIRL CHILD " ,,,,,,,,,,,,,,
Hindi poem for save girl child
एक चीख रात को चीर के माँ के हिरदय तक आई
और एक नन्ही सी आवाज़ सुन के माँ तो बहुत रोई
माँ मुझे मत मरो, मत मरो नन्ही सी जान को
जनम से पहेले ही मत मरो इस अनजान को
बस माँ ही सुन सकती थी उसकी करुण पुकार
करना तो बहुत कुछ चाहती थी पर वो थी लाचार
आखिर वो किया कर सकती थी वो डरी सहमी थी औरत
न तो उसमे इतनी हिम्मत थी की वोह करती बग़ावत
तो उसने भर कर आंखों में आंसू का मोती कहा
तेरी अच्छी किस्मत है जो तू जनम नहीं लेती
जनम लेकर भी आखिर तू किया करेगी
इस दुनिया में औरत का कोई सामान नहीं
किया करेगी यहाँ आकर, जहाँ तेरे लिए कोई प्यार नहीं
तू ही है जो सारा जीवन दोहेरी भूमिका निबह्न्येगी
सबकी सेवा करेघी तू, पर सामान नहीं पायेगी
अरे मेरी नन्ही जान, जनम न लेने में ही है तेरी भलाई
और यह कह कर माँ की वेदना और गहराई
पर बेबुस आवाज़ आई, मुझे बस एक मौका दे दो
मुझे एक बार दुनिया में तो आने दो
में अपना ही इन्देर्दानुस बनाउंगी
चलो, चलो माँ एक नरक से कहीं दूर चलते है
तुम्हे यह समझना होगा की नारी से ही वंश चलते है
हाँ तुम ठीक कहेती हो, और माँ एक हॉस्पिटल में पहुंची
जहाँ नीतू का जनम हुआ और जीत हुई नारी की
समय बदला, समाज बदला बदला गयी दुनिया सारी
समझ गया अब संसार सारा अभी नारी नहीं अबला बेचारी.
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